यूपी के नगर विकास मंत्री और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां के साथ अमेरिका के बोस्टन (जहां हाल ही में ब्लास्ट हुए थे)
में एयरपोर्ट पर 'बदसलूकी' के मामले पर भारत सरकार ने विरोध जताया है। आजम
ने अपने अतिरिक्त निजी सचिव को बोस्टन से फोन करके गुरुवार देर रात
बताया था कि उन्हें अमेरिका में एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी अफसरों द्वारा
बदसलूकी झेलनी पड़ी। उन्होंने चेकिंग के नाम पर वो किया, जो आज तक उनके साथ कहीं नहीं हुआ था।
वह कोई अमेरिका घूमने नहीं गए थे, वह वहां मेहमान की हैसियत से गए थे,
अमेरिका की प्रतिष्ठित हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश
यादव के साथ आमंत्रित किया था।
बोस्टन एयरपोर्ट पर आजम खान को दस मिनट तक रोककर पूछताछ के मामले में
भारत ने औपचारिक विरोध दर्ज करा दिया है। सूत्रों के मुताबिक खान को
इमिग्रेशन से एंट्री मिलने के बाद यूएस कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन की एक
महिला अधिकारी उन्हें पास के ही एक कमरे में आगे की पूछताछ के लिए ले गई।
इसके बाद आजम ने इमिग्रेशन में हंगामा भी किया और कहा उन्हें मुसलमान होने
की वजह से पकड़ा गया है। खान ने उस महिला अधिकारी से माफी की मांग की जिसने
कहा था कि वह अपनी ड्यूटी कर रही हैं। हंगामा बढ़ता देख न्यूयॉर्क में
भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया
और खान को एयरपोर्ट से बाहर ले गए।
वाशिंगटन भारतीय दूतावास के के प्रवक्ता एम श्रीधरन ने कहा कि भारतीय
मिशन ने औपचारिक तौर पर विदेश मंत्रालय के सामने इस मामले को उठाया है।
भारत ने इस मामले में गंभीर चिंता जताई है। श्रीधरन ने कहा कि उन्होंने
अमेरिकी अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। ऐसे कदम
उठाने को कहा है जिससे भविष्य में ऐसा दोबारा से न हो। विदेश मंत्रालय के
प्रवक्ता पैट्रिक वेनट्रेल ने कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है
क्योंकि अमेरिका में एयरपोर्ट के मामलों को देखने के अधिकार गृह मंत्रालय
का है।
आजम के मुताबिक, अब उनकी इस यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल होने
की कोई इच्छा नहीं है। वह बस औपचारिकता ही पूरी करेंगे और जल्द से जल्द
हिंदुस्तान लौट आएंगे। सूत्रों के अनुसार एयरपोर्ट पर चेकिंग के नाम पर
आजम खां को काफी देर तक रोके रखा गया, वहीं इस दौरान कई बार पूछताछ के साथ
ही उनके सामान और कपड़ों की कड़ी जांच की गई। बताते चलें कि यह अमेरिका का
वही बोस्टन शहर है, जो पिछले दिनों मैराथन के दौरान बम धमाके से दहल गया था। 26/11 के बाद अमेरिका में यह दूसरा आतंकी हमला कहा गया।
देर रात सूचना अधिकारी खुर्शीद अहमद की तरफ से जो आधिकारिक बयान जारी
किया गया, उसके अनुसार उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम
खां के अमेरिका पहुंचने पर बोस्टन के एयरपोर्ट लोगान पर वहां के
अधिकारियों द्वारा उन्हें अत्यधिक अपमानित, शर्मिंदा और परेशान किया गया,
जबकि उनके पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट था। वह कुम्भ मेले की सफलता के बारे
में बताने के लिए हारवर्ड यूनिवर्सिटी के आमंत्रण पर प्रदेश के मुख्यमंत्री
के साथ वहां गए हुए हैं। (टेक्सास में हुए धमाके के बाद तबाही का मंजर देखिए)
इस घटना से आहत आजम खां ने बड़े दुःख के साथ कहा कि मुसलमान होने की
वजह से अमेरिकी अधिकारियों ने उनके साथ ऐसा शर्मनाक व्यवहार किया है, जो
काबिले मजम्मत है। नगर विकास मंत्री ने कहा कि इस घटना से आहत होने की वजह
से वह हार्वर्ड में भाषण देंगे और अमेरिका में अपने निर्धारित शेड्यूल
से पहले ही स्वदेश वापस आ जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना के विरोध
स्वरुप वह वहां पर अन्य निर्धारित कार्यक्रमों में भाग नहीं लेंगे।
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