रऊफ अहमद सिददीकी की दुनिया में आपका स्वागत है

Friday, May 3, 2013

जख्म

क्या कहूँ दोस्तों के बारे में  मेरी ज़िन्दगी के फूल हें ये लोग 

  • जब भी देते हें ज़ख्म देते  हें कितने  बा उसूल हें ये  लोग

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