एक ईमानदार आत्मस्वीकृति
अभी तक का सबसे जबर्दस्त जुमला कल सामने आया कि कांग्रेस ने जो कुछ पचास साल में नहीं किया था वह हमने तीन साल में कर दिखाया ! मानना पड़ेगा कि इतनी ईमानदारी से सच को स्वीकार कर लेने के लिये पर्वत से भी ऊँचा और सागर से भी गहरा आत्म बल चाहिये ।लोग तो अपनी छोटी से छोटी गलती का दोष तत्काल दूसरों पर मढ़ देते हैं ।परन्तु आपकी बात अलग है ।सचमुच जो कमाल आपने तीन साल में कर दिखाया इसे तो दूसरी पार्टियाँ तीन सौ साल में भी न दिखा पातीं ।लाखों लोगों को बेरोजगार कर देने और तमाम कारोबारियों को भिखारी बना देने में कितनी मेहनत पड़ती है विपक्ष को कुछ पता भी है ? नोट बन्दी को सफल बनाने में जो दो सौ देशप्रेमी शहीद हो गये उनका इतिहास तो स्वर्णाक्षरों में लिखा ही जायेगा ?आप ने शिक्षा और स्वास्थ्य का बजट अाधा करके पिछली सरकारों के मुँह पर तमाचा मारा है ।मारा है या नहीं ?आपने ऐसी फ़िजूल बातों पर सरकारी धन के दुरुपयोग को रोक दिया ।दूसरी तरफ़ जनता की मुफ़्तखोरी पर रोक लगाने के लिये हर तरह की सब्सिडी पर भी लगाम कस दी । आपने देश का विकास करने के लिये रेल का भाड़ा तो बढ़ाया ही बुज़ुर्गों और बच्चों को स्वावलम्बी बनाने के लिये किराये में दी जाने वाली छूट बन्द कर दी ।क्या पचास साल में कभी ऐसा हुआ था ?आप देशहित में पेट्रोल और रसोई गैस के दाम बढ़ाते जा रहे हैं और जनता खुशी खुशी खरीद रही है ।आपका दावा है कि जब तक सब के सब भूखे न मरने लगें तब तक दाम बढ़ाये जा सकते हैं । आपने सचमुच बहुत दूर की सोची है ।करदाताओं के पैसों का जैसा सदुपयोग आपने तीन साल में किया है उसकी तो कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था ।आप ने देश को इतना अमीर बना दिया है कि वह हजारों करोड़ तो दो महापुरुषों की मूर्ति बनवाने में आसानी से खर्च कर सकता है ।आप भारतीय जनता के आग्रह का सम्मान करते हुए गरीब जनता को बुलेट ट्रेन की और हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई जहाज की सैर करने लायक बना रहे हैं ।ऐसा महान लोक हितकारी शासक तो अभी तक न किसी ने देखा था और न सुना था ।जी एस टी के रूप में जनता की सेवा का नया रास्ता आप से पहले किसने खोजा था ? यह गुड ऐंड सिंपल टैक्स है ऐसा आप ही नहीं जनता भी महसूस करने लगी है ।इसके यूसेज से कारोबार में अप्रत्याशित लाभ हुआ है ।इस तीन साल में आपने इस बदहाल देश को सोने की चिड़िया बनाने में बहुत खून पसीना बहाया है ।मनमोहन सिंह ने कहा था कि भविष्य में जब इतिहास लिखा जायेगा तो मेरी सेवाओं को जरूर पहचाना जायेगा ।वही बात तो इन तीन सालों पर भी लागू होती है ।आज आपके विपक्षी आपको बदनाम करने के चाहे जितने भी हथकंडे इस्तेमाल कर लें पर इतिहास आपकी अच्छाई और सच्चाई को हमेशा याद रखेगा । मंज़िलें अभी और भी हैं ।नेति नेति ! यह अन्तिम सत्य नहीं ।इसके विकास और विस्तार के रास्ते हमेशा खुले रहते हैं ।ऐसा हमारे ऋषि मुनि कहा करते थे ।आप क्या सोचते हैं ?
Friday, November 3, 2017
हम ने वो कर दिखाया।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
मेरी दुनिया में आप आए इसके लिए आपका आभार. निवेदन है कि कृपया टिप्पणी दिए बिना यहाँ से न जाएँ और मेरी दुनिया वापस लौट कर भी आएँ.