दोस्तो यह पहली रचना अपने इस ब्लॉग पर डाल रहा हूँ. आशा है, कि आपको पसंद आएगी.
एक खटमल ने
कहा चिंघाड़ कर
आप अच्छा नही करेंगे
मुझे यूँ मार कर
हम दोनों की
खानदानी दुश्मनी हो जायगी
हानि दोनों को पहुचेगी
क्योंकि मुझमें आप से ज्यादा जूनून हैं
मत भूलिए मेरी रगों में भी
आप का ही खून है.
सिददीकी जी आपने खटमली अंदाज में ब्लॉग जगत में जो शानदार दस्तक दी है वह वाकई काबिल-ए-तारीफ़ है...
ReplyDeleteबधाई व शुभकामनाएँ...
शुक्रिया सुमित जी
ReplyDelete