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Saturday, March 30, 2013

अजमेर शरीफ

अजमेर शरीफ

राजथान में वेसे तो देखने लायक बहुत कुछ हे  लेकिन ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह एक खास मुकाम
रखती हे कहते हें वहां जो भी दिल से मांगो मुराद पूरी होती हे काफी दिनों से हम भी वहां जाने का इरादा
कर रहे थे मार्च में हमे ये मोका मिल गया अजमेर के साथ हम जयपुर की भी सेर कर आये अजमेर में
दरगाह के अलावा आप देख सकते हे निज़ाम गेट यह नवाब हेदर ने बनवाया था अलीम दरवाज़ा इसे
शाहजहाँ ने बनवाया था अकबरी मस्जिद इसे बादशाह अकबर ने बनवाया था बुलंद दरवाज़ा यह सुल्तान
महमूद खिलजी की यादगार हे सेहन चिराग यह एक बहुत बड़ा पुरानी किस्म का पीतल का चिराग हे
बड़ी देग इसमें सवा नो मन चावल पक सकता हे छोटी देग इसे सुल्तान जहांगीर ने बनवाकर पेश की थी
महफिल खाना इसे नवाब बशिरुल्दोला ने अपने बेटे की पैदाइश की ख़ुशी में बनवाया था खानकाह यह
ईमारत आज कल यतीम खाने की शकल में मोजूद हे लंगर खाना यह अकबर बादशाह ने गरीबो के लिए
बनवाया था अहताए चमेली इस में पाक मजारे हे इन मजारो और उनकी दीवारों पर चमेली के पोधे छाए हें
मस्जिद संदल खाना इसे जहाँगीर ने बनवाया था ओलिया मस्जिद यह मस्जिद वहां हे जहाँ ख्वाजा जी
नमाज़ पढ़ते थे शाहजहानी मस्जिद  संगेमरमर से बी नी यह मस्जिद शाहजहाँ ने बनवाई थी बेगमी दालान
इसे शहजादी जहानारा ने बनवाया था रोज़ा ए मुनावगरा इसे ख्वाजा हुसेन नागोरी ने बनवाया था गुम्बद शरीफ के अन्दर रौशनी इसमें मोमबत्ती से रौशनी की जाती हे ...आप को जब भी वक़्त मिले आप अजमेर
  जरुर जाये ....ख़ुदा हाफिज ...

Monday, March 25, 2013

दीवाना

तुम कुछ न करो बस मुझे दीवाना बना दो

अब इसके सिवा तुम से कोई काम  नहीं हे

मर के भी दिखा देंगे तेरे चाहने वाले

मरना कोई जीने से बड़ा काम नही हे










मसयूसियां

मायूसिया समेट  कर सारे जहान की 

जब कुछ ना बन सका तो मेरा दिल बना दिया 

रऊफ अहमद सिददीकी की दुनिया : रऊफ अहमद सिददीकी आ गए ब्लॉग जगत में

रऊफ अहमद सिददीकी की दुनिया : रऊफ अहमद सिददीकी आ गए ब्लॉग जगत में: रऊफ अहमद सिददीकी लेखक व पत्रकार हैं इनके चाहने वाले इस जग में कई हज़ार हैं जनता की खोज इनका एक नेक विचार है  इनके दिल में सबके लिए बहुत प्यार है

Sunday, March 24, 2013

खटमल

दोस्तो यह पहली रचना अपने इस ब्लॉग पर डाल रहा हूँ. आशा है, कि आपको पसंद आएगी.
                      

एक  खटमल ने 
कहा चिंघाड़ कर 
आप अच्छा नही करेंगे 
मुझे यूँ मार  कर
हम दोनों की 
खानदानी दुश्मनी हो जायगी
हानि दोनों को पहुचेगी
क्योंकि मुझमें आप से ज्यादा जूनून हैं
मत भूलिए मेरी रगों में भी 
आप का ही खून है. 

Friday, March 22, 2013

रऊफ अहमद सिददीकी आ गए ब्लॉग जगत में

रऊफ अहमद सिददीकी लेखक व पत्रकार हैं
इनके चाहने वाले इस जग में कई हज़ार हैं
जनता की खोज इनका एक नेक विचार है 
इनके दिल में सबके लिए बसा केवल प्यार है। 


श्री रऊफ अहमद सिददीकी 
मुख्य संपादक, जनता की खोज पत्रिका 
पता: वी- 19, हरोला मार्केट, 
सेक्टर- 5, नॉयडा, उत्तर प्रदेश 
फोन नं- 09958430778